ख़ुशियों का संदेश समेटे,
ॠतुराज धरा पर आया,
तरुओं ने नव पल्लव डाले,
मुस्कान धरा की खिल उठी,
चिड़ियों ने भी राग सुनाये,
मधुर स्वर में इठलायी पवन,
मीठा-सा संगीत सुनाया ,
भँवरों ने भी प्रीत जताई ,
प्रीत रंग में खिली धरा,
पीला आँचल ख़ूब लहराया,
प्रीत रंग में नील गगन,
हर्षोल्लास की बदरी छिटकी,
ख़ुशियों का संदेश समेटे ,
ॠतुराज धरा पर आया ।
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