रविवार, अक्तूबर 7

ॠतुराज

                                           
ख़ुशियों  का  संदेश  समेटे,  
ॠतुराज  धरा  पर  आया,
तरुओं   ने  नव  पल्लव  डाले,
 मुस्कान   धरा  की  खिल  उठी,
चिड़ियों  ने  भी    राग  सुनाये,
मधुर  स्वर  में   इठलायी  पवन,
मीठा-सा   संगीत   सुनाया ,
भँवरों   ने   भी   प्रीत   जताई ,
प्रीत  रंग  में   खिली   धरा,
पीला  आँचल  ख़ूब  लहराया,
प्रीत  रंग   में   नील  गगन,
हर्षोल्लास  की  बदरी  छिटकी,
ख़ुशियों  का  संदेश  समेटे ,
ॠतुराज  धरा  पर  आया  ।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें