पुरवाइ संदेश लाई,
उपवन महका,
सूरज ने किरनें बरसाई ,
खग ने मीठी राग सुनाई,
गूँज उठी मीठी शहनाई ,
पीली हल्दी , चमके कंगना,
लाल चुनरियाँ, सुर्ख जोड़ा,
सिंदूरी मंद -मंद मुस्काई
सप्त फेरों की रस्म निभाई,
रिश्तों का गंठबंधन सुहाना,
अश्रु से भीगी खुशियाँ,
पुरवाई संदेश लाई ,
गूँज उठी मीठी शहनाई,
तङपता ह्रदय , बेचैन आँखें,
माँ के मन से झलके अश्रु ,
पिता के ह्रदय ने बात बताई ,
जग ने ऐसी रीत बनाई ,
चिड़ियाँ मेरी हुई पराई ,
गूँज रही मीठी शहनाई ,
आँगन, पीपल, खेल, खिलौने ,
सजें द्वार पर आम के पात,
विदा गीत अब गाते है,
पुरवाई संदेश लाई,
गूँज रही मीठी शहनाई ,
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