गणतंत्र दिवस एक पर्व
- 1.
खिली कलियाँ
लहराया तिरंगा
गूँजा आसमां |
2.
मातृभूमि की
चाहत का पैग़ाम
लबों पे नाम |
3 .
गूँज शौर्य की
गूँजे चहू दिशायें
वीरों के नाम |
4 .
पर्व आज़ादी
झलके स्वाभिमान
तिरंगा जान
|
5 .
गर्वित देश
हूँकारे राजपथ
शौर्य के नाम |
- अनीता सैनी
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-01-2019) को "गणतन्त्र दिवस एक पर्व" (चर्चा अंक-3229) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
गणतन्त्र दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सह्रदय आभार आदरणीय चर्चा में मुझे स्थान देने के लिए
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत सुंदर 👌
जवाब देंहटाएंसस्नेह आभार आदरणीया अनुराधा जी
हटाएंसादर
गर्वित देश
जवाब देंहटाएंहुंकारता राजपथ
शौर्य के नाम !
सुन्दर रचना। गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
सह्रदय आभार आदरणीय पुरषोत्तम जी
हटाएंसादर
हमारे सबसे पवन त्यौहार गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामना ..बहुत खूब सखी ,
जवाब देंहटाएंप्रिय सखी कामिनी जी - आप को भी
हटाएंसबसे पवन त्यौहार गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामना, सस्नेह आभार आप का
सादर
सुंदर भाव प्रणाम
जवाब देंहटाएंसह्रदय आभार आदरणीय
हटाएंसादर
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंसह्रदय आभार आदरणीय
हटाएंसादर
बहुत सुंदर रचना, अनिता दी।
जवाब देंहटाएंप्रिय ज्योति बहन - आप को बहुत सा स्नेह | स्नेह आभार बहन टिप्णी के लिए |
हटाएंसादर
बेहतरीन।
जवाब देंहटाएंआभार
हटाएंसादर