शुक्रवार, अप्रैल 3

साहित्यिक उपनाम



"विज्ञात नवगीत माला" के संस्थापक 
  आदरणीय श्री संजय कौशिक 'विज्ञात' जी द्वारा रामनवमी के शुभ अवसर पर मुझे साहित्यिक उपनाम 'दीप्ति' 
प्रदान करते हुए मेरे सृजन पर एक दोहे के माध्यम से कहा है-

अनिता सैनी 'दीप्ति'की, बने लेखनी दीप।  

चिंतन सागर सा गहरा,प्राप्त करे हर सीप

साहित्यिक उपनाम जब किसी लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार द्वारा दिया जाता है 

तब नाम पाने वाले को असीम ऊर्जा और मनोबल मिलता है
 साथ ही सृजन के प्रति गंभीर रुझान भी बढ़ता है। 

बहुत ख़ुशी हुई 'दीप्ति' उपनाम पाकर। 
इस सम्मान  के लिए मैं आदरणीय संजय कौशिक "विज्ञात "जी को
 हृदय तल से आभार व्यक्त करती हूँ।
अपना स्नेह और आशीर्वाद बनाये रखें। 
आदरणीय संजय कौशिक "विज्ञात "जी सर का सादर आभार। 

अनीता सैनी 'दीप्ति'

14 टिप्‍पणियां:

  1. अनीता सैनी "दीप्ति"जी को सुन्दर उपनाम की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

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    1. बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीया दीदी 🙏

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  2. 'दीप्ति'वाह!! ज्ञान का प्रकाश जिससे विवेक उत्पन्न होता है और अज्ञानांधकार दूर हो जाता है ।
    बहुत मोहक!! आपके ज्ञानार्जना के अनुरूप सुंदर उपनाम ।
    बहुत बहुत बधाईयां स्वीकारें।
    सस्नेह।

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  3. अनिता सैनी जी "दीप्ति" जी सुन्दर मोहक उपनाम के लिए हार्दिक बधाई.

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    1. सादर आभार आदरणीय दीदी जी
      आशीर्वाद बनाये रखे.
      सादर

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  4. उत्तर
    1. बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय सर
      सादर

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  5. बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं सखी 🌹💐

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  6. बहुत बहुत बधाई प्रिय अनीता | बहुत प्यारा नाम दिया है तुम्हें साधक गुरुवर आदरणीय विज्ञात जी ने | अपने नाम अनुरूप दीप्ति बनकर यश की आभा से आलौकित रहो यही कामना है | सस्नेह

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    1. सादर आभार आदरणीय दीदी
      आशीर्वाद बनाये रखे

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  7. साहित्यिक उपनाम 'दीप्ति' हेतु हार्दिक बधाई अनीता जी💐💐

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