शनिवार, नवंबर 28
गुरुवार, नवंबर 26
एक साया
मैने देखा एक साया
उड़ते खग की परछाई-सा
अतृप्ति का भाव दुखों को ओढ़े
सागर-सा सूनापन सुषुप्तावस्था में
तनाव की दरारों से शब्द बन झाँकता।
काल के क़दमों से तेज़
तीव्र वेग से दौड़ता कुंठित मन-सा
सूखे पात-सा लिप्सा में लीन
तृष्णा की टहनी पर बैठा
काया को कलुषित करता।
दोष रुपी असंख्य रोगों को
आग़ोश में भरता
चिंता रुपी ज्वर से ग्रसित
मनवीय मूल्यों का हनन करता
नित नई संर्कीणता धारण करता।
मन के कहे को गुमान से करता
विकराल रुप कुकर्मों का धरता
षड्यंत्र रुपी गुफा गढ़ता
भ्रम की पट्टी आँखों पर बाँधे
स्वयं सिद्धता दर्शाने आतुर रहता।
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
मंगलवार, नवंबर 24
मूरत मन की
मूरत मन की पूछ रही है,
नयनों से लख-लख प्रश्न प्रिये,
जीवन तुझपर वार दिया है,
साँसें पूछ रहीं हाल प्रिये।
समय निगोड़ा हार न माने,
पुरवाई उड़ती उलझन में,
पल-पल पूछूँ हाल उसे मैं,
नटखट उलझाता रुनझुन में
कुशल संदेश पात पर लिख दो,
चंचल चित्त अति व्याकुल प्रिये।।
भाव रिक्त कहता मन जोगी,
नितांत शून्य आंसू शृंगार,
भाव की माला गूँथे स्वप्न,
चेतन में बिखरे बारबार,
अवचेतन सँग गूँथ रहीं हूँ,
कैसा जीवन जंजाल प्रिये।।
सीमाहीन क्षितिज-सी साँसें,
तिनका-तिनका सौंप रही हूँ,
आकुल उड़ान चाह मिलन की,
भाव-शृंखला भूल रही हूँ,
सुध बुद्ध भूली प्रिय राधिका,
कैसी समय की ये चाल प्रिये।।
© अनीता सैनी
शनिवार, नवंबर 21
जन्मदिवस पर
गुरुवार, नवंबर 19
बेटी बेल बाबुल आँगन की
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
मंगलवार, नवंबर 17
कौन हूँ मैं ?
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
शुक्रवार, नवंबर 13
सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे लिए
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
बुधवार, नवंबर 11
आँखोड़ा
आँखों पर आँखोड़ा
खुरों में लोहे की नाल को गढ़ा
दौड़नेवाले की पीड़ा का आकलन नहीं
दौड़ानेवाले को प्राथमिकता थी।
क्यों का हेतु साथ था ?
किसने बाँधी विचारों की ये पट्टी ?
प्रश्न का उत्तर ज़बान पर
हाथ में फिर वही प्रश्न था।
ऊँघते हालात का देते तक़ाज़ा
खीझते परिवर्तन के साथ दौड़ना
चुप्पी साधे समझ गंभीरता ओढ़े
बुद्धि का यह खेल अलबेला था।
सदियों पहले जिसने भी बाँधी हो ?
कर्ता-कर्म बदले विचारों का भार वही
समय के साथ रियायत मिली
चमड़े का पट्टा थ्री डी प्रिंट में था।
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
रविवार, नवंबर 8
ठग
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
गुरुवार, नवंबर 5
तुम्हारी याद में
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
रविवार, नवंबर 1
तुम देखो !
@अनीता सैनी 'दीप्ति '