लोरी
सोजा रानी गुड़िया रानी
माँ मीठी लोरी गायेगी
चाँद चंदनिया झर झर करके
चंदन पलने बिछ जायेगी।।
तितली सी तू सोन परी है
मेरे घर की राजकुमारी।
फूलों जैसी कोमल कलिका
बाबा की ओ राज दुलारी।
हर करवट पर घुंघरु बजते
पायल झनकार सुनाएगी।।
चाँद चंदनिया झर झर करके
चंदन पलने बिछ जायेगी।।
तारों जड़ी चुनरिया सुंदर
ओढ़ नींद अब आती होगी।
उड़न खटोले में चढ़ कर तू
परीलोक तक जाती होगी।
चंदा के झूले पर चढ़कर
वही निंदिया फिर आयेगी।।
चाँद चंदनिया झर झर करके
चंदन पलने बिछ जायेगी।।
चंदा मामा खिड़की बैठा
ताक रहा है कब से नटखट
सो जाएगी जब तू बिटिया
किरणें लेकर जाए चटपट
बादलों की डोली चढ़ाके
तूझको बहुत हँसायेगी।।
चाँद चंदनिया झर झर करके
चंदन पलने बिछ जायेगी।।
कुसुम कोठारी'प्रज्ञा'
--
जन्मदिवस पर
तुम्हारी अनुपस्थित में
कमज़ोर नहीं पड़े ममता के तार
वात्सल्य ने गूँथा था पलना
स्वप्न-डोर थामी थी चाँद-सितारों ने
झुलाया था प्रीत ने झूला।
ख़ुशियोंभरा माहौल
आशीर्वाद आशीषमय मंज़र
उपहारों का लगा था अंबार
संगीत में गूँजते आँगन के
थिरक रहे थे पाँव।
हँसी की झीनी चादर ओढ़े
दायित्त्वपूर्ण आभास
लिए सुकून के मोती मुट्ठी में
पलकों पर कुछ दृश्य अविस्मरणीय
गुनगुना रहे थे गान।
मन मायूस न था बेटी का
नज़रें गूँथ रहीं थीं एक संसार
भेंट नहीं मन्नत में माँगी थी दुआ
अगले जन्मदिवस पर हो
शीश पर तुम्हारा हाथ।
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
तितली सी तू सोन परी है
जवाब देंहटाएंमेरे घर की राजकुमारी।
फूलों जैसी कोमल कलिका
बाबा की ओ राज दुलारी।
हर करवट पर घुंघरु बजते
पायल झनकार सुनाएगी।।
चाँद चंदनिया झर झर करके
चंदन पलने बिछ जायेगी।।
बहुत सुन्दर गीत....
कुसुम जी आप का आशीर्वाद और स्नेह यों ही बना रहे | प्रणाम
सच्च दी आपका यह अनमोल उपहार मिला अत्यंत हर्ष हुआ ।दिल से आभार।
हटाएंआशीर्वाद बनाए रखे।
सस्नेह अभिनंदन।
हटाएंसुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुक्रिया सर।
हटाएंशुभकामनाएं जन्मदिन पर बिटिया के लिये।
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ सर।
हटाएंबहुत ही खूबसूरत रचना सखी, बिटिया को ढेरों शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंसादर आभार सखी।
हटाएंआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 22 नवंबर नवंबर नवंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसादर आभार आदरणीय दी सांध्य दैनिक पर स्थान देने हेतु।
हटाएंममता और वात्सल्य से परिपूर्ण सुंदर रचना..।बेटी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ..।
जवाब देंहटाएंदिल से आभार आदरणीया जिज्ञासा जी।
हटाएंबिटिया को मिला आशीर्वाद अनमोल है।
दोनों रचनाएँ वात्सल्य और आशीर्वचनों के प्रेम में पगी हुई । गुड़िया को स्नेहाशीष व शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ आदरणीय मीना दी।
हटाएंस्नेह आशीर्वाद यों ही बनाए रखे।
सादर
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंबहुत बहुत स्नेह आभार मीना जी।
हटाएंलोरी वात्सल्य,आत्मीयता और सुकोमल भावों से परिपूर्ण होती है। माँ और बच्चे के बीच अनुभूति से उपजी शब्द-ध्वनि ज़ेहन को सुकून से भर देती है तो बच्चा स्वप्निल संसार में विचरने लगता है और माँ को ममतामयी तृप्ति एहसास आनन्द से भर देता है।
जवाब देंहटाएंबिटिया के जन्मदिवस पर सुंदर रचनात्मक उपहार जिसमें आदरणीया कुसुम दीदी के शाब्दिक एवं वाचिक उपहार ने चार चाँद लगा दिए हैं।
आपकी प्यारी बिटिया को जन्मदिवस की ढेरों शुभकामनाएँ।
आभारी हूँ सर बिटिया को मिली मंगलमय शुभकामनाएँ अनमोल है। आशीर्वाद बनाए रखे।
हटाएंसादर
बहुत बहुत स्नेह आभार भाई रविन्द्र जी आपकी प्रतिक्रिया से लेखन और मौका दोनों सार्थक हुवे।
हटाएंसस्नेह।
जवाब देंहटाएंतितली सी तू सोन परी है
मेरे घर की राजकुमारी।
फूलों जैसी कोमल कलिका
बाबा की ओ राज दुलारी।
बहुत-बहुत प्यारी रचना रची है आपने बिटिया के जन्मदिवस पर। ऐसा हो भी क्यूँ न, एक माँ का दिल जो ठहरा।
बिटिया, बिल्कुल आपकी प्रतिकृति है और बहुत ही प्यारी सी एक मूरत जैसी।
उसे जीवन के सारे अनमोल पल मिले तथा ऐश्वर्य और लक्ष्मी उसके कदम चूमे।
शुभाशीष। ।।।। और बधाई आपको भी।
बहुत बहुत शुक्रिया सर बिटिया को मिले अनमोल आशीर्वाद
हटाएंसे अत्यंत हर्ष हुआ।
सादर
नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार 23 नवंबर 2020 को 'इन दिनों ज़रूरी है दूसरों के काम आना' (चर्चा अंक-3894) पर भी होगी।--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
--
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
आभारी हूँ सर चर्चा मंच पर स्थान देने हेतु।
हटाएंमिश्री की मधुरता की तरह लोरी के शब्द शैशव में कहीं ले जाते हैं, ख़ूबसूरत सृजन। बिटिया को जन्म दिन की शुभकामनाएं व आशीर्वाद - - नमन सह।
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ सर।
हटाएंसादर
सस्नेहाशीष व असीम शुभकामनाओं के संग हार्दिक बधाई बिटिया के जन्मदिन हेतु
जवाब देंहटाएंइस अवसर पर की रचना अद्धभुत है
आभारी हूँ दी।
हटाएंआशीर्वाद बनाए रखे।
बहुत सुन्दर.बिटिया को जन्मदिवस की शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंसादर आभार आदरणीय सर।
हटाएंतितली सी तू सोन परी है
जवाब देंहटाएंमेरे घर की राजकुमारी।
फूलों जैसी कोमल कलिका
बाबा की ओ राज दुलारी।
हर करवट पर घुंघरु बजते
पायल झनकार सुनाएगी।।
आ.कुसुम जी की लोरी एवं आपकी वात्सल्यमयी रचना ने बिटिया के जन्मदिवस को और भी यादगार बना दिया और फिर इस जन्मदिन पापा का आशीष भरा हाथ भी सर है तो बात ही क्या !!!!
प्रिय गुड्डू को जन्मदिन की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं एवं शुभाशीष भगवान करे कि उसके पापा हमेशा उसके जन्मदिन पर उसके साथ हों।
मन मायूस न था बेटी का
नज़रें गूँथ रहीं थीं एक संसार
भेंट नहीं मन्नत में माँगी थी दुआ
अगले जन्मदिवस पर हो
शीश पर तुम्हारा हाथ।
आभारी हूँ प्रिय सुधा दी सुंदर सारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन का मर्म स्पष्टकर दिया।आशीर्वाद बनाए रखे।
हटाएंदिल से आभार दी।
सादर
सस्नेह आभार सुधा जी।
हटाएंमेरा प्रयास सार्थक हुआ।
बहुत ही सरस सुगठित रचना |बहुत बहुत आशीष , शुभ कामनाएं |
जवाब देंहटाएंआदरणीय सर आपकी अनमोल आशीष शुभकामनाएँ मिली अत्यंत हर्ष हुआ।आशीर्वाद बनाए रखे।
हटाएंसादर
बहुत ही सुंदर रचना। बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ प्रिय ज्योति बहन अत्यंत हर्ष हुआ बिटिया को आपका आशीर्वाद मिला।
हटाएंसाक्षी को हर दिन हर घड़ी शुभाशीष।
जवाब देंहटाएंमेरी लोरी को आपने बिटिया के जन्मदिवस की पोस्ट के साथ प्रेसित कर इस लोरी को और भी वात्सल्य से सराबोर कर दिया मन प्रसन्नता से खिल गया।
सस्नेह।
दिल से आभार आदरणीय दी ।
हटाएंस्नेह आशीर्वाद हमेशा बनाए रखे।
सादर