जन्मदिवस पर अशेष शुभकामनाएँ।
जीवन कारवाँ पर हम यों ही बढ़ते रहें।
अंतरमन की खिड़कियों से
झाँकना तुम भोर की बेला में
पक्षियों के कलरव में
धड़कता है
अजन्मा-सा एक गीत
एहसास का कंपन लिए
बहता है बसंती बयार-सा
मेरे भीतर
मौन परंतु ध्वनि की गूँज है
उसके भीतर
अजन्मे के फूटते हैं बोल
शब्द नहीं हैं
करवट बदलते हैं भाव
झपकी लेती पलकों से
लुढ़कती ओस बूँदों-सा
वह गीत पल रहा है
मेरे भीतर तुम्हारे लिए।
@अनीता सैनी 'दीप्ति'
कोमल भावों से पूर्ण सरस रचना
जवाब देंहटाएंशुक्रिया अनिता जी।
हटाएंबहुत बहुत शुक्रिया अनिता जी।
हटाएंसादर
करवट बदलते हैं भाव
जवाब देंहटाएंझपकी लेती पलकों से
लुढ़कती ओस बूँदों-सा
एक गीत पल रहा है
मेरे भीतर तुम्हारे लिए।
माधुर्य भाव से सजी सुन्दर सरस कृति ।
अनुज को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ💐
हटाएंबहुत बहुत शुक्रिया मीना जी।
हटाएंहार्दिक आभार आदरणीय मीना दी जी।
हटाएंसादर
मुकेश जी को जन्म दिवस पर अनंत शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंभाव प्रणव! अथाह स्नेह लिए अंतर्मन के अहसासों का सुरभित गूंचा।
बहुत प्यारी अभिव्यक्ति है सीधे हृदय तक उतरती।
स्नेह साधुवाद।
बहुत बहुत शुक्रिया कुसुम जी।
हटाएंबहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय कुसुम दी जी।
हटाएंसादर
तुम्हारे शब्द ही है जो हिम्मत बधाएं रखते हैं। कांटा भी चुभा तो दर्द अपने हिस्से में ले लेती हो।
जवाब देंहटाएंआभार शब्द भी छोटा ही लगता है। यों ही लिखती रहो।
हमेशा ख़ुश रहा करो।🌹
हार्दिक आभार आपका।
हटाएंसादर
वाह ! मुकेश जिएँ हज़ारों साल !
जवाब देंहटाएंतुम्हारी दुआएं कुबूल हों !
Thanks Gopesh Mohan ji 🙏
हटाएंबहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय सर।
हटाएंसादर
सभी को शुभकामनाएं ! सुरक्षित, स्वस्थ व प्रसन्न रहें
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ सर।
हटाएंसादर
मुकेश जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंमन के भावों को खूबसूरत शब्द देकर ,प्रीत की स्याही में डुबो कर पन्नों में उकेरा है प्रिय अनीता ।
Bahut Bahut sukriya Subha ji 🙏
हटाएंहार्दिक आभार प्रिय शुभा दी जी।
हटाएंसादर
सुंदर रचना अनीता जी। बधाई
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आदरणीय दी जी।
हटाएंसादर
सादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (25-1-22) को " अजन्मा एक गीत"(चर्चा अंक 4321)पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
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कामिनी सिन्हा
हार्दिक आभार आदरणीय कामिनी दी जी।
हटाएंसादर
बिटिया अनीता सैनी जी।
जवाब देंहटाएंमेरी ओर से आपके जीवन साथी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
हार्दिक आभार आदरणीय सर।
हटाएंअत्यंत हर्ष हुआ।
सादर
मुकेश जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना।
हार्दिक आभार आप का आदरणीय दी।
हटाएंसादर स्नेह
झपकी लेती पलकों से
जवाब देंहटाएंलुढ़कती ओस बूँदों-सा
वह गीत पल रहा है
मेरे भीतर तुम्हारे लिए।
ये स्नेहगीत हमेशा पले फूले फले ...
स्नेहासिक्त भावों से सजी लाजवाब कृति
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं मुकेश जी!
दिल से आभार प्रिय सुधा दी जी। मैं भी प्रभु से यहीं प्रार्थना करती हूँ कि आप सबों की दुआ मुझे लगे। मुकेश जी की लम्बी उम्र हो।
हटाएंबहुत सारा स्नेह भुझे देने हेतु।
सादर
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंजन्मदिन बहुत बहुत मुबारक हो
हार्दिक आभार आदरणीय भारती दी जी।
हटाएंआशीर्वाद बनाए रखें।
सादर स्नेह
बहुत ही सुंदर कविता लिखी है प्रिय दी। पढ़ते पढ़ते अतीत की गलियों में खो गई, उभरते चल चित्र, ममत्व भाव लिए सादगी में सिमटा स्वरूप सच स्वभाव ही चरित्र निर्माण करता है। पिता तुल्य जीजू को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंमेरी और प्रिय संजय जी की तरफ से।
बहुत ही सुंदर लिखती हूँ।
आत्मीय आभार प्रिय किट्टू तुम्हारा स्नेह अनमोल है।
हटाएंबहुत सारा स्नेह आशीर्वाद तुम्हें हमेशा ख़ुश रहो।
सादर
अनमोल स्नेह उपहार। उस अनुराग गीत का अति सुन्दर प्रकटीकरण। हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंअनेकानेक आभार आदरणीय अमृता दी।
हटाएंआपका स्नेह अनमोल है मेरे लिए।
सादर स्नेह
बहुत सुंदर,सरस भावों से जन्मदिन का अभिनंदन किया है आपने अनीता जी ।मेरी भी असंख्य बधाईयों के साथ साथ हार्दिक शुभकामनाएं💐💐
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आदरणीय जिज्ञासा दी जी।
हटाएंसादर स्नेह
'लुढ़कती ओस बूँदों-सा
जवाब देंहटाएंवह गीत पल रहा है
मेरे भीतर तुम्हारे लिए।' - बहुत ही सुन्दर लिख गई हैं आप अनीता जी!
हृदय से आभार आदरणीय सर।
हटाएंआशीर्वाद बनाए रखें।
सादर प्रणाम
आपके जीवन-साथी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई! उनके साथ आपका समय चिरकाल तक खुशियों की हिलोरें लेता हुआ बीते... आपको भी ढेरों बधाइयाँ!
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आदरणीय सर।
हटाएंआपका आशीर्वाद अनमोल है।
सादर