सोमवार, मई 16

बुद्ध



निर्विकार के उठते हिलकोरे 

पग-पग पर करते प्रबुद्ध 

उर बहती प्रीत सरित 

ममता के पदचाप में बुद्ध।


श्वेत कपोत आलोक बिखेरे 

 मौन वाणी करुणा की शुद्ध 

बोधि-वृक्ष  बाँह फैलाए 

मानवता की छाप में बुद्ध।


मिलन-बिछोह न भेदे मन 

आकुलता संतोषी अबिरुद्ध 

दुःख दिगंबर भाव भरता 

पंछी के आलाप में बुद्ध।


हवा परतों में शील-प्रज्ञा

गीत कल्याणी गूँजे अनिरुद्ध 

मधु घुलता जन-जन हृदय में 

समता के हर जाप में बुद्ध।


@अनीता सैनी 'दीप्ति'

27 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (18-05-2022) को चर्चा मंच    "मौसम नैनीताल का"    (चर्चा अंक-4434)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'    
    --

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    1. हृदय से आभार सर मंच पर स्थान देने हेतु।
      सादर

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  2. बुद्ध यत्र - तत्र , सर्वत्र व्याप्त हैं । गहन भाव लिए रचना ।

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  3. बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति।

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  4. हवा परतों में शील-प्रज्ञा
    गीत कल्याणी गूँजे अनिरुद्ध
    मधु घुलता जन-जन हृदय में
    समता के हर जाप में बुद्ध।
    बहुत सुन्दर सृजन ।

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  5. वाह!बहुत सुंदर प्रिय अनीता । पंछी के आलाप में बुद्ध ,समता के हर जाप में बुद्ध ..वाह!!!

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  6. सही कहा आपने। बुद्ध सर्वव्यापी हैं।

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  7. बुद्धं शरणं गच्छामि....अति पावन भाव।

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  8. बेनामी20/5/22, 10:10 am

    भावपूर्ण सुंदर रचना

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  9. बहुत सुन्दर !
    अपने जीवन में करुणा और प्राणिमात्र के प्रति प्रेम भाव रख कर ही भगवान बुद्ध को हम अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के योग्य बन सकते हैं.

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    1. आपकी प्रतिक्रिया मेरा संबल है और आशीर्वाद अनमोल।
      हृदय से अनेकानेक आभार।
      सादर प्रणाम

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  10. बहुत सुंदर गूढ़ रचना अनीता जी ।
    राग विराग सृष्टि संचालित
    पशु पक्षी पादप सब सिंचित
    कण कण में हो व्याप्त समर्पण
    सत्य,अहिंसा सच्ची सद्गति
    गर न अच्छा मार्ग खुले तो
    बुद्धम शरणम गच्छामि ।।

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  11. बुद्ध पर लिखी कमाल की रचना

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    1. सृजन सार्थक हुआ से सर, हृदय से आभार
      सादर

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  12. दी! बहुत अच्छी लगी यह कविता!!

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    1. भास्कर भाई अनेकानेक आभार आप का मनोबल बढ़ाने हेतु.
      सादर स्नेह

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  13. बेनामी29/5/23, 12:35 am

    Nice post thank you Stacey

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